द फॉलोअप डेस्क
बिहार में कला संस्कृति विभाग ने निर्देश जारी किया है कि अंगिका सहित राज्य की 5 भाषाओं का महोत्सव मनाया जाएगा। पहली बार मुजफ्फरपुर में बज्जिका महोत्सव का आयोजन होगा। इसमें राज्य की 5 प्रचलित भाषाओं का महोत्सव मनाने के लिए विभिन्न जिलों का निर्धारण किया गया है। इस निर्धारण के तहत भागलपुर में अंगिका, मुजफ्फरपुर में बज्जिका, नवादा में मगही, आरा में भोजपुरी और दरभंगा में मैथिली भाषा का महोत्सव मनाया जाएगा। वहीं, अगले साल से यह महोत्सव रोटेशन के आधार पर मनाया जाएगा।राज्य स्तर पर होगा पंचामृत कार्यक्रम
बता दें कि बिहार की इन 5 भाषाओं पर जिलास्तरीय महोत्सव मनाने के बाद एक राज्य स्तर पर भी पंचामृत कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही कला संस्कृति विभाग द्वारा विभिन्न जिलों में कई नए आयोजन भी किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि अब मुजफ्फरपुर में हर साल वीर बालक, रामवृक्ष बेनीपुरी, जानकी वल्लभ शास्त्री महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। वहीं, इसकी तिथि जिला प्रशासन स्थानीय समितियों से मिलकर तय करेगा। इसे लेकर सांस्कृतिक कार्य निदेशक रुबी ने निर्देश दिया है कि कार्यक्रमों के आयोजन में समय-समय पर अन्य राज्यों, पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र कोलकाता, सांस्कृतिक केन्द्र इलाहाबाद आदि का सहयोग भी लिया जाएगा।सरकार ने जारी की 208 इवेंट की सूची
वहीं, सरकार की कला संस्कृति विभाग की ओर से 5 भाषा महोत्सव के अलावा राज्य के सभी जिलों में कुल 208 आयोजन और महोत्सव की सूची जारी की गई है। इनमें औरगांबाद में सूर्य महोत्सव, लखीसराय में अशोकधाम महोत्सव, जलप्पा स्थान महोत्सव जैसे नए महोत्सव भी शामिल किए गए हैं। वहीं, इस दौरान मधुबनी में अन्य उत्सवों के साथ ही जगदंबा देवी उत्सव, महासुंदरी देवी उत्सव होगा। इन उत्सवों के आयोजन की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दी गई है। वहीं, विंध्यवासिनी देवी उत्सव, शाद अजीमाबादी उत्सव समेत अन्य इवेंट की जिम्मेदारी बिहार संगीत नाटक अकादमी को मिली है।